मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) भारत के जामनगर में दुनिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर बनाने जा रही है, जिसका कुल क्षमता तीन गीगावॉट होगी, जो मौजूदा वैश्विक डेटा केंद्रों को पार कर जाएगी। यह सेंटर NVIDIA के ए.आई. सेमीकंडक्टर्स और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करेगा। इस प्रोजेक्ट की लागत 20 से 30 बिलियन डॉलर के बीच होने का अनुमान है, जिसे रिलायंस के वर्तमान 26 बिलियन डॉलर के बैलेंस शीट से समर्थित किया जाएगा।
जामनगर में यह सुविधा भारत की डेटा सेंटर क्षमता को काफी बढ़ाएगी और देश को ए.आई. क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगी। यह सुविधा एक बड़े रणनीतिक योजना का हिस्सा है, जिसमें क्षेत्र में 5,000 एकड़ का ग्रीन एनर्जी कॉम्प्लेक्स भी शामिल है। अंबानी का लक्ष्य भारत में ए.आई. एप्लिकेशन्स को अधिक किफायती बनाना है, जो कंपनी की आक्रामक बाजार रणनीति को दर्शाता है, जैसा कि उन्होंने वायरलेस क्षेत्र में किया था।
इसके अतिरिक्त, रिलायंस ने महाराष्ट्र में ₹3.05 लाख करोड़ का निवेश करने का वादा किया है, जो नवीकरणीय ऊर्जा, डेटा सेंटर और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित होगा। यह निवेश, जो 2025 में दावोस में विश्व आर्थिक मंच के दौरान घोषित किया गया, 3,00,000 रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगा और भारत के उच्च तकनीकी प्रौद्योगिकियों और सतत प्रथाओं को एकीकृत करने के लक्ष्य के साथ मेल खाता है।